पवन दुर्गम, बीजापुर : बीजापुर भाजपा के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष घासीराम नाग के नेतृत्व में भाजपा ने बीजापुर नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में कांग्रेस को करारी शिकस्त दी है। नगरपालिका बीजापुर अध्यक्ष सहित 15 में 13 पार्षद भाजपा ने जीते हैं। वहीं त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में भी भाजपा ने कांग्रेस से ज़्यादा उम्मीदवारों को जिताया है। कांग्रेस के कोर वोट माने जाने वाले ग्रामीण इलाक़ों में भी भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया है। कांग्रेस के बड़े और जमीनी नेताओं को इस बार हार का मुँह देखना पड़ा है। जिला पंचायत अध्यक्ष सहित उपाध्यक्ष भी हारे हैं। वहीं भाजपा और कांग्रेस में रह चुके बसंत ताटी के क्षेत्र तिमेड़ में भी भाजपा कमल खिलाने में कमियाब हुई है।
बीजापुर में भाजपा के सबसे बड़े लीडर और पूर्वमंत्री महेश गागडा ने खूब पसीना बहाया था। लगातार इलाके में प्रचार प्रसार में ग्रामीण इलाक़ों में भाजपा समर्थित प्रत्याशियों के पक्ष में जनता से वोट मांगे थे। जिसका परिणाम भरपूर जनसमर्थन के रूप में भाजपा को मिला।
भाजपा जिलाध्यक्ष घासीराम नाग जमीनी नेता माने जाते हैं। चुनावों के दौरान घासीराम नाग लगातार ग्रामीण इलाकों में सरकार के कामों के आधार पर जनता से वोट अपील करते दिखे। घासीराम नाग के जिलाध्यक्ष बनने के बाद बीजापुर जिले में नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों में भाजपा को बंपर जीत मिली है। घासीराम नाग के प्रचार के अलग स्टाइल और रणनीति का परिणाम स्पष्ट परिलक्षित हो रहा है। संगठनात्मक क्षमता से घासीराम नाग ने 2019 में कांग्रेस के जीत के समीकरण को उलटकर रख दिया और भाजपा को जिला पंचायत, जनपद पंचायतों और नगरीय निकाय की सत्ता में काबिज कर दिया।
भाजपा जिलाध्यक्ष घासीराम नाग ने बताया कि निकाय और पंचायत चुनावों में मिली जीत जनता की जीत है। हर एक कार्यकर्ता की जीत है। पूर्वमंत्री महेश गागडा, बस्तर प्रभारी जी वेंकट, पूर्व जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार और संजय लुंकड़ सहित सभी नेताओं के अथक प्रयासों से इतनी बड़ी विजश्री हासिल हुई है। जनता से किए वादों को पूरा करने की दिशा में सरकार काम करेगी।
